मैं क्यों दौड़ता हूँ –

SpaceX और Teslaिया
By Dr. Sanish Chandra
वो बहुत दिनों से SpaceX और Tesla के लिए काम कर रही थी । दोनों कम्पनियों के अलग अलग दफ़्तरों में जाती , बॉस के लिए नोट्स लेती और कम्पनी के ढेर सारे कामों में खुद को व्यस्त रखती थी । एक दिन उसे लगा कि उसे raise के लिए बात करनी चाहिए । उसने बात की । Elon Musk ने कहा कि तुम एक लम्बी छुट्टी लो । तुम्हारा काम मैं करूँगा और देखूँगा कि सच में यह कितना मुश्किल है , फिर बताऊँगा । वो छुट्टी चली गई । लौट के आने पर उसे compensation दे दिया गया । Musk ने कहा, उसकी ज़रूरत नहीं है । Elon Musk की टीम में 30 के कम उमर के लोग ज़्यादा हैं । ये टीम खुद से सारी चीजें बनाती है - एक रॉकेट में इस्तेमाल होनी वाली लगभग सभी चीजें । सभी । वो सप्लायर पर भरोसा नहीं कर सकते क्यूँकि वो इनकी strict deadline के हिसाब से और क्वालिटी के हिसाब से चीजें नहीं दे पाएँगे , या महँगा देंगे । इसका फ़ायदा ये है कि टीम सब कुछ जानती है । एक बार, एक रॉकेट की टेस्टिंग में 2 घंटे बचे थे और कोई snag आ गया । टीम को पता चल गया कि यह एक सॉफ़्टवेयर की गड़बड़ी के कारण है । उन्होंने लॉंच रोका नहीं । आधे घंटे में ख़राबी दूर हो गई । रॉकेट तय समय पर छोड़ा गया । Musk को पसंद नहीं है यह सुनना कि हमेशा से यह ऐसे हीं होता आया है और इसलिए मैंने ऐसा किया । उसे नहीं पसंद मार्केटिंग वाले ईमेल करें और उसमें एक भी grammar की गलती हो । Musk को, नहीं , नहीं कहा जा सकता । वो ऐसा रॉकेट बना चुके हैं जो अपने competitors की तुलना में पाँच गुना कम क़ीमत पर दस गुणा अधिक सामान ढोकर स्पेस में ले जा सकता है । Tesla कार बनाते समय उन्होंने कहा कि इसे ऐसा बनाया जाए जो अन्य किसी भी कार से दोगुना सुरक्षित हो। प्रतिस्पर्धी कम्पनी Lockheed Martin के एक वरीय अधिकारी कहते हैं - He will outmanoeuvre you, overthink you and out-execute you । (Ashlee Vance की किताब Elon Musk- How the billionaire CEO of SPACEX & TESLA is shaping our future - उनके ऊपर लिखी किताबों में सबसे चर्चित है )